गणतंत्र दिवस भारत का सबसे बडा फेस्टिवल है ,दोस्तो आज से लगभग 75 साल पहले पूरा भारत आज के भारत से हजार गुना ज्यादा अलग था, यानी कि जैसे आज हम आजादी के साथ कही भी घूमने जा सकते है, ऐसा 75 साल पहले नही था, क्योंकि उस समय हमारे प्यारे देश में बहुत ही बुरे लोगो का राज्य हुआ करता था यानी कि उस समय अंग्रेजों का राज चलता था, हमें अगर कोई काम करना होता था तो सबसे पहले हमें अंग्रेजों की इजाजत लेनी होती थी, सरकारी नोकरी में भी सभी जगह अंग्रेज ही हुआ करते थे, अगर कोई भारत का व्यक्ति सरकारी नोकरी में हुआ करता था तो उसके साथ सभी अंग्रेज बहुत बुरा behave करते थे, जिसकी वजह से भारतीय लोगो को आत्मग्लानि होती थी कि हम इनके लिए जानवरो के जैसे है, जिसकी कोई इज्जत नही होती, कोई सम्मान नहीं होता।
इसके अलावा अंग्रेजों ने पूरे देश में अपना आतंक मचा कर रखा था, जहाँ कुछ अंग्रेज बहुत ही बुरे, लालची, भ्रष्टाचार से ग्रसित, दंभी थे तो कुछ अंग्रेज इसके विपरीत अच्छे भी थे, जिन्होंने आजादी की लड़ाई में भारत का साथ भी दिया, जिसमें से एक एनी बेसेंट नाम की अंग्रेज महिला थी, जिन्होंने थियोसोफिलक संस्था स्थापित की थी और भारत के लोगो का साथ दिया था।
गुलाम भारत देश के लोगो ने, गुलामी की जंजीरे तोड़ने के लिये आजादी की लड़ाई भी शुरू की जिस्मानी उनकी पहली कोशिश नाकाम रही, लेकिन उनका दूसरा प्रयास सफल हुआ, और भारत को 1947 में आजादी मिल गयी, लेकिन भारत के 2 हिस्से हो गए थे जिसके बारे में आप सभी जानते ही होंगे।
अंग्रेजों के भारत से भाग जाने के बाद, हमारा देश आजाद तो हो गया था लेकिन देश में एक भी कानून नहीं था, तब देश के बड़े नेता लोगो ने डिसाइड किया कि दुनिया में और भी देश है, उन सभी देशों में अलग अलग कानून है, तो हमें भी हमारे देश में कानून बनाने चाहिए, और कानून ऐसे होने चाहिए, जिससे सभी को बराबर का मान सम्मान मिल सके, जिससे लोग अंग्रेज़ो के द्वारा दिये गए घावों को भूल जाये।
Isiliye देश के अंदर संविधान की रचना करी गयी, जो कि 2 साल 11 माह 18 दिन में बनकर तैयार हो गया, जिसे 26 जनवरी 1950 में पूरे भारत देश में इसे लागू कर दिया गया था। इसके बाद हमारे देश भारत के पास भी एक बहुत बड़ा संविधान था, जो कि कागज में लिखा हुआ था, यह एक विश्व रिकॉर्ड के जैसे ही था, kyuki आज तक किसी भी देश के पास इतना बड़ा संविधान नहीं था। हमारे देश के संविधान को बहुत से लोगो ने बनाया है जिसमें प्रमुख है भीमराव अंबेडकर जी, जो कि एक दलित समाज से थे, इनके साथ और भी बड़े नेता थे जो कि इस महान काम में शामिल थे।
दोस्तो जैसा की आप समझ ही गए होंगे कि smvidhan क्या होता है और यह हमारे लिए क्यों जरूरी है, अगर नही समझे तो हम समझा देते है, smvidhan एक लिखित दस्तावेज होता है, जिसमें हमारे देश के सभी कानून लिखे होते है, की देश की सरकार कैसे देश को चलाएगी, और देश की और देश के लोगो की रक्षा करेगी। अगर संविधान न होता तो हमारा देश आज भी किसी और दूसरे देश का गुलाम होता।
दोस्तो इस दिन हम सभी लोग अपने कॉलेज में जाते है, और अपने साथ फूल ले जाते है, जिसे हम तिरंगे में डलवा देते है, इसके बाद जब झंडा फहराया जाता है तो हम सभी भारत का राष्ट्रगान गाते है, इसके बाद हमारे कॉलेजों में प्रोगाम होते है, जिनमें सभी बच्चे हिस्सा लेते है, कोई डांस करता है तो कोई नाटक करता है, तो कोई कविता सुनाता है।
इसके अलावा दिल्ली के लालकिले पर भारत का सबसे बड़ा प्रोग्राम होता है, जिसमें हमारे देश के pm और प्रेसिडेंट हिस्सा लेते है।
तो दोस्तो आपको हमारा आज का लेख गणतंत्र दिवस 2022 कैसा लगा, और हमारे द्वारा दी गयी जानकारी कैसी लगी, कॉमेंट करके जरूर बताना।
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